
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर रविवार सुबह करंट फैलने की अफवाह ने बड़ा हादसा करा दिया। भगदड़ में काशीपुर के बांसखेड़ी निवासी 18 वर्षीय विपिन और उसका ममेरा भाई विक्की (20) निवासी बिलासपुर, रामपुर (उप्र) की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों गंगाजल लेने हरिद्वार आए थे।
शनिवार रात दोनों बाइक से हरिद्वार पहुंचे थे और रविवार सुबह मंदिर की चढ़ाई कर रहे थे कि अचानक अफवाह उड़ी कि करंट फैल गया है। अफरातफरी मच गई। श्रद्धालु एक-दूसरे पर गिरते गए और कई लोग दब गए। चीख-पुकार के बीच विपिन और विक्की भी नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे।
हादसे की सूचना मिलते ही परिजन और गांववाले हरिद्वार पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। देर शाम विपिन का शव बांसखेड़ी गांव लाया गया, जहां गम का माहौल छा गया। विक्की का शव रामपुर स्थित उसके घर पहुंचाया गया।
विपिन की मां का निधन 14 साल पहले ही हो गया था। पिता मजदूरी कर परिवार चला रहे थे। चार बहनों का वह एकलौता भाई था। बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। केवल एक बहन की ही शादी हुई है। विपिन ने हाईस्कूल के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और परिवार की जिम्मेदारी उठाने के लिए मामा के साथ होटल में काम करने लगा था।
एक साधारण परिवार का सपना यूं टूट जाएगा, किसी ने नहीं सोचा था। इस हादसे ने दो परिवारों को गहरा ज़ख्म दिया है। प्रशासन से लोगों ने मांग की है कि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।